हिंदी हमारी राजभाषा है, ऐसे में भारत के कई राज्यों में हिंदी बोली जाती है। भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस आदि देशों में हिंदी भाषा का इस्तेमाल काफी ज्यादा किया जाता है। वर्ल्ड लैंग्वेज डेटाबेस के अनुसार, वर्तमान में 61 करोड़ लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में हिंदी को जन-जन की भाषा बनाने के प्रयास स्वरूप प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
गजेरा विद्या भवन उत्राण में विश्व हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर विद्यार्थियों ने बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम को प्रस्तुत किया। दोहों के माध्यम से कथा कविता के माध्यम से हिंदी भाषा का महत्त्व बताया उन्होंने बताया कि हिंदी सिर्फ एक भाषा ही नहीं है बल्कि अपने मन की संवेदनाओं का कहने का एक माध्यम है। गाँधीजी ने भी इसे जनमानस की भाषा कहीं है।
हिन्दी को आगे बढ़ाना है
उन्नति की राह पर ले जाना है,
केवल एक दिन ही नहीं
हमने नित हिन्दी दिवस मनाना है.
विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाएं!
भारत में इतनी सारी भाषाओं और विविधताओं के बीच हिंदी वह भाषा है जो हिंदुस्तान को जोड़ती है। भारत के बाहर भी कई ऐसे देश हैं, जहां हिंदी को प्रमुख भाषा माना जाता है। ऐसे में विदेशों में भी हिंदी का भरपूर प्रचार-प्रसार करने के लिए हिंदी दिवस मनाने की एक पहल की शुरुआत की गई थी। इसके अंतर्गत विश्व में पहला हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था। इस महासम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य विश्व-भर में हिंदी का प्रसार करना था।
नागपुर में हिंदी दिवस के आयोजन के बाद सबसे पहले यूरोपीय देश नार्वे के भारतीय दूतावास ने पहली बार विश्व हिंदी दिवस मनाया था। वहीं इसके बाद दूसरा और तीसरा हिंदी दिवस भारतीय नॉर्वे सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेश चन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में बहुत धूमधाम से मनाया गया था। भारत के प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने साल 2006 में घोषणा की कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाएगा। तब से हम विश्व हिंदी दिवस बेहद धूमधाम से मनाते हैं।